🔹 Lapis Lazuli (लैपिस लैजुली)
🔮 Amethyst (ऐमेथिस्ट)
⚪ Selenite (सेलेनाइट)ये तीनों मिलकर एक शक्तिशाली Saturn Dosh Nivaran Bracelet बनाते हैं, जो विशेष रूप से शनि की साढ़े साती, ढैय्या, या शनि दोष से राहत देने में सहायक होता है।
🌟 ब्रेसलेट के लाभ
1. Lapis Lazuli
शनि ग्रह को शांत करता है।
तीसरी आंख (Third Eye) चक्र को सक्रिय करता है।
निर्णय लेने की क्षमता और मानसिक स्पष्टता बढ़ाता है।
जीवन में शांति और सच्चाई को बढ़ाता है।
2. Amethyst
मानसिक तनाव, चिंता, अनिद्रा और डर से राहत।
शनि की नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है।
ध्यान और आत्मज्ञान में मदद करता है।
आत्मरक्षा और ऊर्जा शुद्धि में सहायक।
3. Selenite
आत्मा और ऊर्जा शरीर को शुद्ध करता है।
किसी भी नकारात्मक ऊर्जा को हटाता है।
यह auto-cleansing होता है, यानी खुद को शुद्ध करने वाला पत्थर है।
ब्रेसलेट की बाकी क्रिस्टल्स को भी शुद्ध करता है।
🧘♂️ कौन पहन सकता है?
जिनकी कुंडली में शनि की साढ़े साती, ढैय्या या शनि महादशा/अंतरदशा चल रही हो।
जिनके जीवन में अकारण रुकावटें, न्यायिक विवाद, मानसिक तनाव, अवसाद या कार्यों में विघ्न आ रहे हों।
कुंभ, मकर, तुला, और वृषभ राशि वालों को विशेष लाभ।
विद्यार्थी, नौकरीपेशा, व्यापारी, या मानसिक रूप से परेशान कोई भी व्यक्ति पहन सकता है।
🧿 पहनने की विधि
🗓 शुभ दिन
शनिवार या अमावस्या/पूर्णिमा के दिन
🕙 समय:
सूर्यास्त से पूर्व, संध्या काल में
📿 विधि
ब्रेसलेट को एक कटोरी में रखें और गंगाजल, गौमूत्र, या कच्चे दूध से धोएं।
साफ कपड़े से पोंछकर पूजा स्थान पर रखें।
एक दीपक जलाएं और धूप दिखाएं।
नीचे दिए गए मंत्रों में से किसी एक का 108 बार जाप करें।
🔯 शनि मंत्र (मंत्र जाप):
"ॐ शं शनैश्चराय नमः"
या"ॐ नीलांजनसमाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम्।
छायामार्तण्डसंभूतं तं नमामि शनैश्चरम्॥"
📌 विशेष सुझाव
इसे दाहिने हाथ में पुरुष पहनें, स्त्रियाँ बाएं हाथ में।
सोते समय उतार सकते हैं, लेकिन पूजा या ध्यान के समय पहनना श्रेष्ठ होता है।
रोज़ाना इसे पहनकर कुछ मिनट ध्यान करें, इससे ऊर्जा और तेज़ी से काम करेगी।
